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बेगूसराय में वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर से जानलेवा साबित होगी लापरवाही
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कंसलटेंट नेत्र विशेषज्ञ डॉ. अभिषेक कुमार ने समाचार विचार से साझा की आंखों के बचाव के उपाय
समाचार विचार/बेगूसराय: ठंढ के दिनों में वातावरण में स्मॉग का स्तर बढ़ जाता है। खासकर बेगूसराय में वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर ने चिंताजनक स्थिति पैदा कर दी है। फॉग (धुंध) और स्मोक (धुआँ) मिलकर स्मॉग बनाते हैं। लोगों की सामान्य सोच होती है कि स्मॉग फेफड़ों पर अत्यधिक दुष्प्रभाव डालता है जो अपनी जगह सही भी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्मॉग न केवल फेफड़े बल्कि आँखों के लिए भी अत्यधिक हानिकारक होता है ?
आँखों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है स्मॉग का असर
एस एन मेमोरियल विजन केयर सेंटर, बलिया के कंसलटेंट नेत्र विशेषज्ञ डॉ. अभिषेक कुमार ने समाचार विचार को बताया कि स्मॉग के हानिकारक गैसों के कुप्रभाव से आँख का टियर फ़िल्म (आंसू की स्नेहक परत जो आंखों को नम रखती है) सुख जाता है। इसकी वजह से आँखों में लालीपन, सूखापन, किरकिराहट, चुभन, धूप में देखने में परेशानी आदि लक्षण बढ़ जाती है। टियर फ़िल्म के कम होने से आँखों में संक्रमण का खतरा खतरनाक रूप से बढ़ जाता है। स्मॉग के कारण आँख में सूखापन (ड्रायनेस) बढ़ जाता है। आँखों में सूखापन के अधिक बढ़ने के कारण कॉर्निया क्षतिग्रस्त हो सकती है, जिसके कारण व्यक्ति स्थायी रूप से अंधता (ब्लाइंडनेस) का शिकार हो सकता है। डॉ. अभिषेक ने बताया कि स्मॉग के कारण आँखों में जलन और आई स्ट्रेन बढ़ जाता है। स्मॉग के कारण आँखों में सूजन, दर्द के साथ साथ दिखाई देना भी कम हो सकता है।
स्मॉग के असर से आँखों को बचाने के इन उपायों पर अमल करना है जरूरी
डॉ. अभिषेक ने बताया कि घर से बाहर जाते समय अच्छे व साफ मास्क के साथ साथ पूरे आंख को कवर करने वाले चश्मे का प्रयोग करें। अपने शरीर में नमी की मात्रा को बनाये रखें। एक दिन में कम से कम 6 से 8 ग्लास पानी पीएं। उन्होंने बताया कि कॉन्टैक्ट लेंस तथा आँखों के मेकअप का प्रयोग नही करें। आंख में लाली का किरकिराहट होने पर आँखों को हरगिज नही मलें
तथा आँखों में स्मॉग का असर दिखते ही नेत्र रोग विशेषज्ञ से सलाह लें। कम दिखने, आँखों में लाली आने, किरकिराहट होने पर नेत्र विशेषज्ञ से संपर्क करें।अपने मन से या बिना विशेषज्ञ के सलाह के आँखों में स्टेरॉयड (dexamethasone, betamethasone या prednisolon, Loteprednol etc.) युक्त दवा नही डालें।
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Author: समाचार विचार
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