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प्रखंड के बलैठा और चोढली सहित सभी पंचायतों ने पेश की स्वच्छता की मिसाल
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डीडीसी ने लोगों को स्वच्छता का संकल्प दिलाते हुए की निरंतर सहयोग देने की अपील
समाचार विचार/खगड़िया: उपलब्धि: खगड़िया जिले का पहला ओडीएफ प्रखंड घोषित हुआ बेलदौर खगड़िया जिले के बेलदौर प्रखंड अंतर्गत बलैठा एवं चोढ़ली को ओडीएफ प्लस का मॉडल पंचायत घोषित करते हुए बेलदौर प्रखंड को जिले का प्रथम ओडीएफ प्रखंड बनने का गौरव हासिल हो गया। उद्घोषणा सह सम्मान समारोह में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए खगड़िया के उप विकास आयुक्त संतोष कुमार ने कहा कि जनभागीदारी एवं सामूहिक प्रयास से ही बेलदौर प्रखंड जिले का पहला ओडीएफ प्लस में मॉडल प्रखंड घोषित किया गया है। इस उपलब्धि के लिए उन्होंने प्रखंडवासियों को बधाई देते हुए लोगों से अपील किया कि स्थानीय लोग नियमित और अनिवार्य रूप से स्वच्छता शुल्क देकर निरंतर सहयोग एवं अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर गांव को सुंदर एवं स्वच्छ बनाये रखें। डीडीसी श्री कुमार सहित अन्य जनप्रतिनिधियों और गणमान्यों ने स्वच्छता की महत्ता से लोगों को अवगत कराते इसे अपने दिनचर्या में शामिल करने की अपील की। इसी क्रम में प्रखंड क्षेत्र के दो शेष बचे पंचायत बलैठा एवं चोढली को भी आमलोगों की सहमति से ओडीएफ प्लस घोषित कर दिया गया।
डीडीसी ने लोगों को स्वच्छता का संकल्प दिलाते हुए की निरंतर सहयोग देने की अपील
डीडीसी संतोष कुमार, जिला मुखिया संघ के जिलाध्यक्ष अनिल सिंह की मौजूदगी में मुखिया वीरेंद्र सहनी ने जनप्रतिनिधियों, कर्मियों और कार्यक्रम में मौजूद ग्रामीणों को स्वच्छता का संकल्प दिलाया। इसके पूर्व उक्त कार्यक्रम का उद्घाटन डीडीसी संतोष कुमार, मुखिया संघ जिलाध्यक्ष अनिल सिंह, प्रखंड मुखिया संघ अध्यक्ष गौरी शंकर शर्मा, मुखिया हिटलर शर्मा, रजनीकांत राहुल, संगीता देवी, मुखिया प्रतिनिधि ब्रजेश कुमार, सांसद प्रतिनिधि अरविंद सिंह समेत गणमान्य लोगों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसी दौरान पंचायत भवन बलैठा में मुखिया वीरेंद्र उर्फ कारे सहनी ने आमलोगों से सहमति मिलते ही ओडीएफ प्लस के मॉडल पंचायत की घोषणा कर दी।
इन गणमान्यों की मौजूदगी में हुआ कार्यक्रम का आयोजन
कार्यक्रम के दौरान डीडीसी सहित सभी जनप्रतिनिधियों और स्वच्छता कर्मियों को फूलमाला एवं अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान पंचायत समिति सदस्य प्रेम कुमार झा, राजीव चौधरी, पंसस प्रतिनिधि सुमन कुमार, उप प्रमुख प्रतिनिधि अजय यादव, उपमुखिया प्रतिनिधि अमोद झा, पंचायत सचिव सरदार चौधरी समेत अन्य ग्रामीण मौजूद थे।
स्वच्छता और साफ-सफाई के प्रति समुदायों एवं सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता पर भी जोर दे रहा है अभियान
वर्तमान में देश स्वच्छता ही सेवा (एसएचएस) 2023 अभियान के साथ स्वच्छता का पखवाड़ा मना रहा है, जिसकी थीम ‘कचरा मुक्त भारत’ है। सामूहिक रूप से एकता और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन करते हुए और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छता के आह्वान से प्रेरित होकर, 32 करोड़ से अधिक लोगों ने राष्ट्रव्यापी अभियान में भाग लिया। इस अभियान में देश में प्रति दिन औसतन लगभग 2.3 करोड़ लोगों ने भागीदारी की। यह ‘जन आंदोलन’ राष्ट्र के लिए व्यापक परिणाम प्राप्त कर रहा है, जिसमें भारत के 75 प्रतिशत गांवों को ओडीएफ प्लस के रूप में घोषित करना यानी ठोस या तरल कचरा प्रबंधन की व्यवस्था करने के साथ-साथ गांवों को खुले में शौच से मुक्त की स्थिति बनाए रखना शामिल है। यह स्वच्छता और साफ-सफाई के प्रति समुदायों एवं सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता पर भी जोर देता है। इस वर्ष के अभियान में देश भर से 32 करोड़ से अधिक लोगों की काफी भागीदारी देखने को मिली है, जिसमें प्रति दिन लगभग 2.3 करोड़ लोगों की भागीदारी रही है। इनमें लगभग 15 करोड़ नागरिकों ने श्रमदान में सक्रिय रूप से भाग लिया, 3.68 लाख स्वच्छ भारत मिशन (एसबीएम) गतिविधियों में स्वेच्छा से श्रम का योगदान दिया। इन प्रयासों में लगभग 5300 समुद्र तटों की सफाई, 4300 नदी तटों और जलमार्गों को पुनर्जीवित करना, 10,700 से अधिक विरासत अपशिष्ट स्थलों का पुनरुद्धार करना, 2400 पर्यटन और प्रतिष्ठित स्थलों को बेहतर बनाना और 93,000 से अधिक सार्वजनिक स्थानों को बहाल करना शामिल है। इसके अतिरिक्त 12,000 से अधिक जल निकायों की सफाई की गई है, 60,000 से अधिक संस्थागत भवनों का कायाकल्प किया गया है, और लगभग 47,000 कचरा-संवेदनशील स्थलों को साफ किया गया है। ये आंकड़े तेजी से बदलाव लाने के लिए ‘जन आंदोलन’ के दृढ़ समर्पण एवं शक्ति को दर्शाते हैं।
स्वच्छता की अपील: सबों के सहयोग से ही निखरेगी खगड़िया शहर की खूबसूरती
Author: समाचार विचार
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