➡️एक सप्ताह के भीतर मुकदमा वापस लेने की मांग को लेकर डीएम को ज्ञापन सौंपेगा संघर्ष समिति
➡️केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने डीएम को मोबाइल पर दिया प्रभावी पहल करने का निर्देश
समाचार विचार/बेगूसराय: गुरुवार को जिला पत्रकार संघ के दोनों संगठनों की संयुक्त बैठक स्वर्ण जयंती पुस्तकालय परिसर के निकट आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार विनोद कर्ण ने की। बैठक में चार दर्जन से अधिक पत्रकारों ने भाग लेकर पांच नामजद व अन्य पत्रकारों पर जिला प्रशासन की ओर से दर्ज कराई गई मुकदमा पर घोर आपत्ति व्यक्त करते हुए कड़े शब्दों में इसकी निंदा की। पत्रकारों ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा जो कुछ कहा गया, उसे ही खबर बनाया गया है। पत्रकारों ने अपनी ओर से कोई खबर नहीं बनाई है। ऐसे में पत्रकारों पर मुकदमा दर्ज कराया जाना एक तरह से प्रेस सेंसरशिप है। इसे किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बिना शर्त वापस लेने तक आंदोलन करेगा पत्रकार संघ
बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि एक सप्ताह के अंदर अगर मुकदमा वापस नहीं हुआ, तो जिला प्रशासन की ओर से प्राथमिकी दर्ज कराने वाले मटिहानी प्रखंड के बीडीओ के खिलाफ पत्रकार संगठन जिला मुख्यालय में मौन जुलूस निकाल कर अपना विरोध प्रकट करेगा और मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपेगा। संघर्ष समिति का संयोजक सुधांशु पाठक को बनाया गया है, जिसमें पत्रकार विनोद कर्ण, पवन बंधु, विभूति भूषण, सुमित कुमार सिंह, प्रशांत कुमार, विजय कुमार, संतोष श्रीवास्तव, धनंजय झा, राजेश कुमार, मो. खालिद, मनोज सहनी शामिल हैं। बैठक में विभिन्न अखबारों के ब्यूरो चीफ व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, प्रिंट मीडिया के पत्रकार उपस्थित रहे। इधर पत्रकारों ने केंद्रीय मंत्री सह क्षेत्रीय सांसद गिरिराज सिंह से मिलकर पत्रकारों पर हुए मुकदमा की जानकारी देते हुए उनके समक्ष विरोध प्रकट किया। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने तत्क्षण डीएम तुषार सिंगला से मोबाइल पर बात की और मुकदमा वापस लेने को कहा।
प्रगति यात्रा के ठीक तीन दिन बाद मटिहानी बीडीओ ने साइबर थाने में दर्ज कराई थी प्राथमिकी
बेगूसराय के मटिहानी में सीएम नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा के ठीक तीन बाद यानि 21 जनवरी को साइबर थाना बेगूसराय में पांच मीडियाकर्मियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराए जाने के बाद जिले के पत्रकारों में आक्रोश देखा जा रहा है। पत्रकारों ने इस कार्रवाई को अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला बताया है। जिला प्रशासन की इस कार्रवाई पर राष्ट्रीय जनता दल ने भी सरकार पर तीखा हमला बोला है। पूर्व मंत्री सह राजद विधायक इसराइल मंसूरी ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा है कि मुख्यमंत्री के द्वारा महिलाओं पर लगातार अभद्र टिप्पणियाँ से बिहार शर्मसार हो रहा है, उसके बावजूद उनके किचन कैबिनेट के मंत्री और मुख्यमंत्री के इर्द-गिर्द घूमने वाले चंद अधिकारियों ने तो अब हद ही कर दिया। उन्होंने लिखा है कि बेगूसराय में मुख्यमंत्री के द्वारा महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी वाले बयान को पत्रकारों ने जब खबर चलाया तो उन पर एफआईआर दर्ज करवा दिया गया। लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाने वाला मीडिया भी अब सुरक्षित नहीं है, बिहार में अफसरशाही का बोलबाला इस कदर है की मीडिया की स्वतंत्रता को भी क़ैद किया जा रहा है। इतना ही नहीं राष्ट्रीय जनता दल ने भी अपने वेरिफाइड एक्स हैंडल पर सीएम के वीडियो को साझा करते हुए अपनी भड़ास निकाली है। इसके अलावा, आज भाकपा माले ने भी शहर में आक्रोश मार्च निकालकर सीएम नीतीश कुमार का पुतला फूंका है।
Begusarai Locals
🎯बोला हमला: आतंक यात्रा के रूप में तब्दील हो चुकी है मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा
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Author: समाचार विचार
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