➡️भाकपा अंचल परिषद साहेबपुरकमाल ने डीलर के दुकान पर किया एक दिवसीय भूख हड़ताल
➡️कमीशनखोर व भ्रष्ट अधिकारियों के संरक्षण में ही डीलर कर रहे हैं गरीबों की हकमारी
समाचार विचार/साहेबपुरकमाल/बेगूसराय: सरकार की ओर से गरीबों के लिए उपलब्ध कराई गई खाद्यान की हकमारी करने वाले जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से नाराज सनहा पश्चिम पंचायत के उपभोक्ताओं ने 31 दिसंबर 24 को गांव के ही डीलर शशिधर यादव के दरवाजे पर भाकपा अंचल परिषद साहेबपुरकमाल के नेतृत्व में एक दिवसीय भूख हड़ताल कर अपनी भड़ास निकाली। हालांकि भूख हड़ताल की सूचना मिलते ही एमओ सोनू कुमार 30 दिसंबर की शाम ही आंदोलन स्थगित कराने उक्त पंचायत पहुंचे और पूर्व प्रमुख मनोज कुमार सहित उपभोक्ताओं से वार्ता करने की असफल कोशिश की लेकिन आंदोलन को स्थगित कराने में वे सफल नहीं सके। तत्पश्चात एमओ ने उपभोक्ताओं का बारी-बारी से बयान लिया। हर बयान को कैमरे में कैद किया गया। तत्क्षण एमओ ने डीलर शशिधर के दुकान व पंजी की जांच की, जिसमें उपभोक्ताओं के आरोप सही मिले।
कमीशनखोर व भ्रष्ट अधिकारियों के संरक्षण में ही डीलर कर रहे हैं गरीबों की हकमारी
दरअसल उक्त पंचायत के चार दर्जन से अधिक उपभोक्तओं ने हस्ताक्षरयुक्त आवेदन देकर बलिया एसडीओ से न्याय की गुहार लगाई है। इस संबंध में पूर्व प्रमुख मनोज कुमार ने बीडीओ रवि सिन्हा को विस्तृत जानकारी देकर भूख हड़ताल की सूचना दी थी। उपभोक्ता सेविदा खातून, जैलश खातून, सकीला खातून आदि बताते हैं कि जनवितरण प्रणाली के दुकानदार (डीलर) शशिधर यादव की मनमानी से सभी त्रस्त हैं। डीलर खाद्यान उठाव पोश मशीन पर उपभोक्ताओं से अंगूठे का निशान व हस्ताक्षर करा लेते हैं, लेकिन खाद्यान नहीं दिया जाता है। मतलब तीन – चार महीने में कभी – कभार एक महीने का खाद्यान दे दिया जाता है। वह भी वजन में कम रहता है। दरअसल जिले के सभी प्रखंडों में कमीशनखोरी परवान पर है। भ्रष्ट अधिकारियों की वजह से आज भी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाएं धरातल पर सही ढंग से क्रियान्वित नहीं हो पा रही है।
साहब कमीशन छोड़ेंगे तभी सही वजन से मिलेगा राशन
इस मनमानी का विरोध करने पर डीलर डांट-फटकार व हाथापाई पर उतर आते हैं और धमकाते भी हैं कहते हैं कि साहेब को कमीशन कहां से देंगे। साहेब कमीशन लेना छोड़ देंगे तो हर महीने सही माप के साथ राशन भी मिलेगा। इसकी शिकायत करने पर अधिकारी भी अनसुनी कर देते हैं। कई लोगों का यह भी कहना है कि कमीशनखोर व भ्रष्ट अधिकारियों के संरक्षण में ही डीलर गरीबों की हकमारी कर रहे हैं। पूर्व प्रमुख मनोज कुमार बताते हैं कि अनुमंडल निगरानी समिति में भी बलिया एसडीओ से डीलरों के करतूतों की शिकायत की थी। लेकिन एक महीने बीत जाने के बाद भी भ्रष्ट डीलरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इतना ही नहीं, पूर्व बीडीओ राजेश कुमार राजन ने भी पंचवीर सहित कई पंचायतों के डीलरों की मनमानी, वजन में कम राशन देने व उपभोक्ताओं की हकमारी का जांच प्रतिवेदन बलिया एसडीओ को देकर संबंधित डीलरो के खिलाफ कार्रवाई का आग्रह किया गया था। महीनों गुजर जाने के बाद भी अबतक कार्रवाई नहीं हो सकी है। इस बाबत प्रतिक्रिया के लिए बलिया एसडीओ से संपर्क नहीं हो सका।
पूर्व एसडीओ गोरखनाथ ने दो दर्जन डीलरों के लाइसेंस को किया था रद्द
इस संबंध में पूछे जाने पर एमओ सोनू कुमार बताते हैं कि 10-15 दिनों पहले ही एसडीओ ने इस मामले की जांच का आदेश दिया था। इस दौरान खाद्यान उपभोक्ताओं को बलिया के पूर्व एसडीओ गोरखनाथ की यादें आयी और कहा — काश, आज भी गोरखनाथ बलिया के एसडीओ होते तो डीलरों की मनमानी नहीं चलती और न ही उपभोक्ताओं को खाद्यान के लिए आंदोलन करना पड़ता। पूर्व एसडीओ गोरखनाथ के कार्यकाल में घपलेबाज दो दर्जन से अधिक डीलरों के लाइसेंस रद्द हुए थे। भाकपा के अंचल प्रभारी प्रताप नारायण सिंह ने कहा कि डीलरो का यह रवैया निन्दनीय है। इस मामले को डीएम के सामने भी उठाए जाएंगे। भूख हड़ताल के दौरान राजेश कुमार सुमन, मोहम्मद नौशाद, सौरव कुमार सिंह, केदार महतो, मोहम्मद सरफराज, पूर्व मुखिया ललिता कुमारी, रतन कुमार पासवान, सीताराम महतो, अनिल महतो, सुमित झा, गुलाम बक्शी, महेंद्र ठाकुर, रामप्रकाश मोची, नंदू महतो, डब्लू मोची सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
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Author: समाचार विचार
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